माॅं से होती दुनिया शुरू है
आर्यन पटेल
माॅं दुनिया की सबसे पहली गुरू है,माॅं से होती दुनिया शुरू है।
माॅं ने मुझको खुश रखने के लिए कई कष्ट झेले हैं,
माॅं ने मुझको साथ रखने के लिए कई खेल खेले हैं।
माॅं मारती जरूर है पर प्यार भी करती है,
माॅं स्कूल भेजती जरूर है पर घर आने का इंतजार भी करती है।
माॅं से बड़ा परोपकारी इस विश्व में नहीं है कोई
लेकिन बच्चे को डाॅंटने के बाद अकेले में माॅं बहुत रोई।
मेरी माॅं त्याग एवं बलिदान करने वाली है
मेरी माॅं हर तरफ बाॅटती खुशहाली है।
माॅं चलना सिखाती है हमको
माॅं प्यार से सहलाती है हमको।
माॅं खाना खिलाती है हमको
माॅं दुनिया के साथ चलने के काबिल बनाती है हमको।
माॅं से सुन्दर, माॅं से प्यारा इस दुनिया में न कोई आया है, न कोई आएगा,
अगर हमने माॅं की सेवा न की तो कोई सुख न मिल पाएगा।
माॅं से प्यारी, माॅं से न्यारी न कोई अब तक आयी है,
आज फिर से माॅं हमेशा की तरह खाने का निवाला खिलायी है।
रचना: आर्यन पटेल,
कक्षा-9वीं
ख्रिश्ता ज्योति मिशन हायर सेकेंडरी स्कूल
गोदावल रोड ब्यौहारी जिला-शहडोल (मध्यप्रदेश)
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3 टिप्पणियां:
बहुत बहुत धन्यवाद
बहुत बहुत धन्यवाद
Nice...Aaryan....👌👌👌👌👌👌
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