सरदार वल्लभ भाई पटेल: महान व्यक्तित्व
राम सहोदर पटेल
सरदारों का सरदार था वह,
दिलदारों का दिलदार था वह।
भारतीय किसानों का रक्षक,
देशभक्त किरदार था वह॥
था गुजराती शेरेदिल वह,
नेतृत्व कुशल सिद्धांत अटल।
था सख्त मिजाज सुभट योद्धा,
लौहपुरुष अवतार था वह॥
था मितभाषी, कर्मठ, जनसेवक,
भारत का एकीकरण किया।
प्रतिभा प्रखर नेतृत्व अटल,
वीर पुरुष दमदार था वह॥
था कालजयी हिम्मत वाला,
दुश्मन के होश उडाता था।
किया राष्ट्र निर्माण स्वबूते,
भारत का कर्णधार था वह॥
निज स्वारथ से दूर सदा रह,
दीन-हीन पर दया किया।
न्याय, निष्ठा, अनुशासित रह
भारत हित का पतवार था वह॥
दानी था दानवीर से बढ़,
पद लोलुपता का त्याग किया।
दान किया था राजमुकुट का,
क्योंकि गाँधी का वफादार था वह॥
कुटिल फिरंगी की कुटिल चाल को,
रौंद कुशल संचालन से।
रखा सहोदर रिश्ता सबसे,
इसीलिए सरदार था वह॥
इसीलिए सरदार था वह॥
रचनाकार: राम सहोदर पटेल,
शिक्षक, शासकीय हाईस्कूल नगनौड़ी
निवासग्राम-सनौसी, थाना-ब्योहारी जिला शहडोल
मध्यप्रदेश
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