हाहाकार मचा के रखा है,
सर्दी जुकाम कोरोना का प्रिय सखा है।
कोरोना से होती जीवन हानि है,
ये बन चुकी एक बड़ी परेशानी है
स्कूल एवं कालेज बन्द है,
जैसे कोरोना शिक्षा लेने आया है।
पता नहीं कोरोना किसका बदला ले रहा
जिसने चीन का भी दिल दुखाया है।।
108 से भी अधिक देशों में फैल चुकी ये बीमारी है।
यह कोई आम बात नहीं, यह महामारी है।
कोरोना की दवाई न मिलना, यह कैसा अनर्थ है।
क्या भारत इसकी औषधि बनाने में समर्थ है।।
चीन से फैला कोरोना का जंजाल है।
जिसने सारे संसार में काटा बवाल है।।
मना है सब कुछ,
न बाहर जाना।
हाथ जोड़ नमस्ते करना,
न हाथ मिलाना,
और चेहरे पर स्वच्छ नकाब लगाना।।
रचनाकार:आर्यन पटेल
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें