नए वर्ष के शुभ बेला पर
स्वीकार मुबारक हो मेरा।
शुभकामनाओं का भाव सदा
आप सभी को हो मेरा।।
करबद्ध निवेदन मेरा सबसे
एकजुटता हो, संगठित बने।
उत्कर्ष समाज का करने को
संकल्पित और सत्य निष्ठ बने।।
अज्ञानता का करें सर्वनाश
पराधीनता से दूर रहें।
स्वार्थपरता भाव तुच्छ है
इस विचार से दूर रहें।।
जितने जयचंद समाज में हों,
उन्हें समाज रहस्य सिखलाना है।
वैमनस्य का भाव त्याग कर
समाज को सभ्य बनाना है।।
बीती पराजय से निराश न हों
सीख समझिए आगामी को।
सीख हार से ही मिलती है
जब मिलता धक्का खाने को।।
संगठित बनो, मत एक रखो
आन बान से जीने को।
समाज नीति मजबूत करो
अब समय नहीं है खोने को।।
समय दुहाई देता तुमको,
अधिकार करो समाज नीति पर।
रखो सहोदर भाव सभी से,
और जलवा खींचो कूटनीति पर।।
साल 2019 की शुभ विदाई।
साल 2020 की करें अगुआई।
इस अवसर पर सहृदय,
सभी प्रिय स्वजनों को,
मंगलमय भविष्य के लिए,
मुबारकबाद एवं बारम्बार बधाई।
रचनाकार:राम सहोदर पटेल,एम.ए.(हिन्दी,इतिहास)
स.शिक्षक, शासकीय हाई स्कूल नगनौड़ी
गृह निवास-सनौसी, थाना-ब्योहारी जिला शहडोल(मध्यप्रदेश)
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