झाॅंपर उत्कर्ष युवक मण्डल समिति द्वारा आयोजित प्रतिभा खोज परीक्षा पर प्रस्तुत है आर्यन की ये पंक्तियाँ-
इसमें नहीं है कोई सोची समझी राजनीति।
आइए दोेस्तो भर दीजिए इस परीक्षा के आवेदन को,
तो कृपया मान लीजिए अपने स्वजातीय साथियों एवं वंदनीय महिलाओं सहित पधारने के निवेदन को ।
विनम्र भाषण, जवाबदेही,सत्यनिष्ठा, कार्यनीति, सहयोग
समग्रता, प्रोत्साहन, समर्पण, पारदर्शिता अनुशासन है,
उत्कर्ष होने के लिए ये दस सिंहासन है।
झाॅंपर प्रतिभा खोज परीक्षा पाॅच स्तरों में विभाजित है,
समिति पूरी कोशिश कर रहा है कि भेदभाव न हो क्योंकि अच्छाई अपराजित है।
हमें मिला यह एक उत्कर्ष पंचांग है,
यह सुनहरे भारत की ओर एक लंबी छलांग है।
साथ ही हमें मिला यह निमंत्रण पत्र है,
आगे चलकर इस परीक्षा को देने वाला हर परीक्षार्थी चमकेगा जैसे कोई नक्षत्र है।
परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए हमें मिला यह पाठ्यक्रम,
27 दिसम्बर 2019 तारीख को होगा यह प्रतिभा खोज की परीक्षा का कार्यक्रम।
प्रत्येक स्तर के लिए परीक्षा 50 रुपए निर्धारित है,
झाॅंपर उत्कर्ष के उद्देश्य सुविचारित है।
समिति का उद्देश्य है बनवाना केन्द्रीय पुस्तकालय का,
समिति बन चुकी है विषय कौतूहल का।
आज मैंने कुछ कहा है इन पंक्तियों से।
इस रचना को लिखा है मैने स्वयं की दिमागी शक्तियों से।
प्रतिभा खोज परीक्षा
आर्यन पटेल
झाॅंपर उत्कर्ष युवक मण्डल समिति,इसमें नहीं है कोई सोची समझी राजनीति।
आइए दोेस्तो भर दीजिए इस परीक्षा के आवेदन को,
तो कृपया मान लीजिए अपने स्वजातीय साथियों एवं वंदनीय महिलाओं सहित पधारने के निवेदन को ।
विनम्र भाषण, जवाबदेही,सत्यनिष्ठा, कार्यनीति, सहयोग
समग्रता, प्रोत्साहन, समर्पण, पारदर्शिता अनुशासन है,
उत्कर्ष होने के लिए ये दस सिंहासन है।
झाॅंपर प्रतिभा खोज परीक्षा पाॅच स्तरों में विभाजित है,
समिति पूरी कोशिश कर रहा है कि भेदभाव न हो क्योंकि अच्छाई अपराजित है।
हमें मिला यह एक उत्कर्ष पंचांग है,
यह सुनहरे भारत की ओर एक लंबी छलांग है।
साथ ही हमें मिला यह निमंत्रण पत्र है,
आगे चलकर इस परीक्षा को देने वाला हर परीक्षार्थी चमकेगा जैसे कोई नक्षत्र है।
परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए हमें मिला यह पाठ्यक्रम,
27 दिसम्बर 2019 तारीख को होगा यह प्रतिभा खोज की परीक्षा का कार्यक्रम।
प्रत्येक स्तर के लिए परीक्षा 50 रुपए निर्धारित है,
झाॅंपर उत्कर्ष के उद्देश्य सुविचारित है।
समिति का उद्देश्य है बनवाना केन्द्रीय पुस्तकालय का,
समिति बन चुकी है विषय कौतूहल का।
आज मैंने कुछ कहा है इन पंक्तियों से।
इस रचना को लिखा है मैने स्वयं की दिमागी शक्तियों से।
रचना: आर्यन पटेल,
कक्षा-9वीं
ख्रिश्ता ज्योति मिशन हायर सेकेंडरी स्कूल
गोदावल रोड ब्यौहारी जिला-शहडोल (मध्यप्रदेश)
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