📍क्रांतिवीर तिलका मांझी📍
(11फरवरी,जन्म दिवस)
वीर शिरोमणि तिलका मांझी, को करते हैं सेवा जोहार।
आज जन्म दिवस के अवसर, हम करते हैं जय जय कार।।
ग्यारह फरवरी सत्तरह सौ पचास, में जन्मे थे जबरा-2
सुल्तानगंज के तिलकपुर गांव, प्रांत जानो रहा बिहार।वीर----।
जबरा पहाड़िया नाम रखे थे, पिता सुन्दरा मुर्मू-2
आदिवासियों के हित साधक, इनका रहा संथाल परिवार।वीर-----।
नाम रख दिए अंग्रेजों ने, इनका तिलका मांझी-2
शब्दार्थ तिलका का गुस्सैल और, मांझी का ग्राम सरदार।वीर----।
सत्तरह सौ इकहत्तर से चौरासी,जंग लड़े अंग्रेजों से-2
थर्राये अंग्रेजी सैनिक, सुनकर तिलका की ललकार।वीर------।
मजिस्ट्रेट क्लीवलैंड को, चौरासी में मार दिया--2
उसे पकड़ने अंग्रेजों ने, किए बृहद खाका तैयार।वीर-----।
अंग्रेजों ने उसे पकड़कर,मीलों मील घसीटे थे-2
घोड़ों के पीछे बांध उसे, जो गिनती के घोड़े चार।वीर----।
तेरह जनवरी सत्तरह सौ पचासी, उन को दी गई फांसी-2
खुले आम चौराहे स्थित,था एक बट तरु डार ।वीर-----।
प्रथम शहीद हुए थे मांझी, लेकिन ये दर्जा प्राप्त नहीं-2
नाम छिपाए क्रांतिवीर का, रहे हों जो भी कलमकार।वीर-----।
आदि विद्रोही थे तिलका जी, स्वतंत्रता आंदोलन के-2
"कुशराम"उन्हें सम्मान न मिला, जिसके थे सच्चे हकदार।
वीर शिरोमणि तिलका मांझी,को करते हैं सेवा जोहार ।।
रचयिता-बी एस कुशराम बड़ी तुम्मी
जिला-अनूपपुर (मध्य प्रदेश)
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