📳 मोबाइल का राज
आ गया मोबाइल का राज, हुआ है ऑनलाइन सब काज।
हुआ है भारत डिजिटल आज, चरम पर उन्नति का आगाज॥
जेब कतरों से बचा समाज, भारत जग का हो सरताज।
बच्चे बूढ़े या तरुण समाज,
मोबाइल सब पर करता राज॥
ऑनलाइन आए सामग्री, घर बैठे ही आज।
कहीं पड़े ना
आना-जाना, खुद आए सब साज॥
बड़े काम का है मोबाइल, यदि मित्र मान अपनाओ।
ज्ञान बढ़े जीवन है सुधरे,
आगे बढ़ते जाओ॥
संसार समाया इसमें सारा, जो
चाहो सो पाओ।
गुरु समझ उपयोग करो यदि, यश और नाम कमाओ॥
घर बैठे ही करो पढ़ाई, वीडियो
मैसेज पाओ।
यूट्यूब व्हाट्सएप के
द्वारा, नया ज्ञान नित पाओ॥
मनोरंजन की भी कमी न करता,
सारा गम विसराओ।
गूगल पे, पेटीएम के द्वारा, सब लेन-देन निपटाओ॥
विभागीय सभी के कामकाज, मोबाइल
से करवाओ।
ऑफिस बैठे सब काम बने, कहीं
न आओ जाओ॥
खरचा बच गया कागज पेन का,
रजिस्टर फाइल हटाओ।
बैंकिंग सेवा इसी के
द्वारा, आदेश पत्र सब पाओ॥
चौतरफा फायदा ही फायदा, यदि
उपयोग सही कर पाओ।
उपयोग अगर नाजायज कीन्हा,
तो बर्बादी ही पाओ॥
ज्ञान बढ़ाता जितना ज्यादा,
उससे तीव्र घटाये।
उपयोग सही तो सच्चा साथी,
नहिं दुश्मन बन जाए॥
सोच-समझ उपयोग करो, तो
बुद्धि लाभ कमाये।
गलत किया उपभोग अगर, तो
सत्यानाश कराये॥
पर रिश्ते नाते दूर हो
रहे, बढ़ती जा रही दूरी।
घर बैठे सब करे लेबउआ, मोबाइल
मजबूरी॥
ऑनलाइन सब परचेज करना, पर
ध्यान में इतना रखना।
श्रेष्ठ आचरण समाज
संस्कार को, कभी न पीछे रखना॥
मात पिता की सेवा करना, गौरव
ऊंचा रखना।
मोबाइल के इस मायाजाल में,
न फर्ज को पीछे रखना॥
कहें सहोदर मानो कहना, अपयश
कभी न चखना।
चले जमाने से आगे, तुम
कदम न पीछे रखना॥
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