माँ
अँचरा के छइयां
मां
मुझे रख लेना
मइया, अँचरा के छइयां मां-2
नौ माह तक कोख
में पाले, तीन साल लै कोरा-2 मइया....
जिंदगी भर तै दिल
मां बसाये, बांधे प्यार के डोरा-2 मइया....
तुझे नमन करूं
मां....... मुझे रख लेना मइया.........
खुद के दारुण दुख
छिपाये, मुझको सदा हंसाए-2 मइया....
अपने हिस्से की
सुख-सुविधा मुझ पर ही लुटाये-2 मइया....
तू है करुणामयी
मां,.... मुझे रख लेना
मइया...............
माया, ममता, प्रेम, समर्पण, सब गुण तेरे अंदर-2 मइया....
सारी खुशियां
तुझसे पाऊँ जो न पाऊँ मैं मंदिर-2 मइया....
तू है ममतामयी
मां...... मुझे रख लेना मइया...........
अनुशासन कर्तव्य
की शिक्षा, तुझसे ही मैं पाऊं-2 मइया....
दुआ तुम्हारी साथ
है मेरी, दुख से ना घबराऊं-2 मइया....
तू है सुखदायिनि
मां........मुझे रख लेना मइया........
मां तू आज नहीं
संग मेरे, दुआ सदा मेरे साथ-2 मइया....
तेरे तस्वीर के
सम्मुख आकर, अपना झुकाऊं माथ-2 मइया....
तू है वरदायिनि
मां....... मुझे रख लेना मइया...............
हे! जननी हे!
मातृशक्ति तू, तुझको मेरा
प्रणाम-2 मइया....
दया दृष्टि
बरसाते रहना, यह कहता ‘कुशराम’ -2 मइया....
तू है दयामयी
मां........ मुझे रख लेना मइया..............
अँचरा के छइयां
मां, मुझे रख लेना मइया,
अँचरा....
रचना: Ⓒबी एस
कुशराम
प्रधानाध्यापक,
माध्यमिक विद्यालय बड़ी तुम्मी
विकासखंड-पुष्पराजगढ़,
जिला-अनूपपुर
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