मंगलवार, मई 19, 2020

डिजीलैप शिक्षण राई गीत: बी एस कुशराम

डिजीलैप शिक्षण राई गीत
डिजीलैप शिक्षा है न्यारी, रे सब पढ़ो संघवारी
हाॅं-हाॅं रे सब पढ़ो संघवारी,
नौ अप्रैल से डिजीलैप आया।
सारे एम.पी. में है छाया॥
शिक्षा निरंतर जारी रे, सब पढ़ो संघवारी-हा-हाॅं रे...
ग्रुप बने हैं हर कक्षा के ।
एक से बारह तक कक्षा के॥
व्हाट्स एप नम्बर जारी रे, सब पढ़ो संघवारी-हा-हाॅं रे...
आपकी पढ़ाई आपके घर अब।
डिजीलैप शिक्षा का है मतलब।
पद्धति है चमत्कारी रे, सब पढ़ो संघवारी-हा-हाॅं रे...
लाॅकडाउन मां बहुत भै छुट्टी।
घर मां रह गये बांधे मुट्ठी॥
रुक गयो शिक्षा हमारी रे, सब पढ़ो संघवारी-हा-हाॅं रे...
शिक्षण सामग्री ग्रुप में आवै।
ये पद्धति सबके मन भावै॥
इनसे करो तैयारी रे, सब पढ़ो संघवारी-हा-हाॅं रे...
रोजै अपने व्हाट्सअप खोलो।
लिंक अपने कक्षा के चुन लो॥
सामग्री मिले मनोहारी रे, सब पढ़ो संघवारी-हा-हाॅं रे...
व्हाट्सअप फोन नहीं किसी कारण।
रेडियो, टीवी में होत प्रसारण॥
ये जनहित में जारी रे, सब पढ़ो संघवारी-हा-हाॅं रे...
जो सामग्री समझ न आवै।
विषय के शिक्षक सब समझावैं॥
सबक न लगी अब भारी रे, सब पढ़ो संघवारी-हा-हाॅं रे...
कुशरामसबको ये समझावै।
घर-घर जा संवाद बढ़ावै॥
सुनो बाप महतारी रे, अब पढ़ाई रखो जारी- हा-हाॅं रे...
डिजीलैप शिक्षा है न्यारी रे, सब पढ़ो संघवारी- हा-हाॅं रे...
 बी एस कुशराम
प्रभारी प्राचार्य, हाई स्कूल बड़ी तुम्मी
विकासखंड-पुष्पराजगढ़जिला-अनूपपुर
 [इस ब्लॉग में रचना प्रकाशन हेतु कृपया हमें 📳 akbs980@gmail.com पर इमेल करें अथवा ✆ 8982161035 नंबर पर व्हाट्सप करें, कृपया देखें-नियमावली

तनावमुक्त जीवन कैसे जियें?

तनावमुक्त जीवन कैसेजियें? तनावमुक्त जीवन आज हर किसी का सपना बनकर रह गया है. आज हर कोई अपने जीवन का ऐसा विकास चाहता है जिसमें उसे कम से कम ...