ईश्वर आखिर कौन है
ईश्वर आखिर कौन है?
अपनी मेहनत ईश्वर है।
अपना मन भी ईश्वर है,
अपना तन भी ईश्वर है।
प्राकृति में ईश्वर है,
पूरा भारत ईश्वर है।
भारत की सेना ईश्वर है,
देशों के अंदर ईश्वर है।
माता - पिता के चरणों में,
और उनकी वाणी ईश्वर है।
सब लोगो की चिंता करना,
और मानवता भी ईश्वर है।
जिसने पूरा ब्रम्हांड बनाया,
वो भी तो एक ईश्वर है।
सत्य अगर कोई न त्यागे,
तो हर प्राणी में ईश्वर है।
धरती के कण-कण में ईश्वर,
सूर्य की किरणों में ईश्वर।
चांद की शीतलता में ईश्वर,
पानी की लहरों में ईश्वर।
ईश्वर की बनी ये पूरी दुनिया,
माया की ही रचना हैं।
इन्हें किसी ने नहीं बनाया,
ईश्वर की ही गणना है।
रचना: पंकज कुमार यादव (ET प्रथम वर्ष)
ग्राम- बैहार, पोस्ट- गौरेला थाना- जैतहरी जिला- अनूपपुर (
म प्र)
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