संत शिरोमणि रविदास जी के पुण्य जयंती पर ....
(१)
जाति पांति छुआछूत उद्धारक अग्रदूत,
क्रांतिकारी रविदास जगत महान हैं।
रवि संत शिरोमणि करें चिंता हर घड़ी,
समाज के सुधार में बहु योगदान है।
कर्म योगी ज्ञान वान उर तल स्वाभिमान,
ब्रम्हा लीन रविदास पुण्य शीलवान है।
निर्मल भाव उनके समदर्शी थे मन के,
अंध भक्ति नष्ट कर दिए सद् ज्ञान है।
(२)
पाखंडवाद था व्याप गुरुजी किए समाप्त,
सामाजिक अग्रदूत अलख जगाएं हैं।
भेदभाव ऊॅंच नीच धरा में मचा था कीच,
लिए अवतार गुरु तिमिर मिटाएं हैं।
कर्मनिष्ट रविदास, कहता है इतिहास,
उदार वान व्यक्तित्व सुकीर्ति कमाएं हैं।
वो ज्ञान तर्क भंडार मानवता के आधार,
ईश्वरीय भक्ति भाव जग में फैलाएं हैं।
रचना
मनोज कुमार चंद्रवंशी
2 टिप्पणियां:
Bahut hi sundar rachna hai mahoday,
बहुत ही सुंदर रचना है कवि महोदय
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