हम सब आज के दिन को अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मना रहे हैं ? लेकिन क्या हम जानते हैं आज ही के दिन को महिला दिवस के रूप में क्यो मनाया जाता है ?
अगर हम कारण जानना चाहते हैं तो हमे 110 वर्ष पहले का इतिहास देखना होगा । जब आज ही के दिन न्यूयार्क की सड़कों पर 15 हजार से ज्यादा महिला कामगारों ने काम के घन्टे तय करने ,मातृत्व अवकाश ,समान वेतन औऱ देश के चुनाव में मताधिकार की मांग को लेकर आंदोलन शुरु किया था ।
1 वर्ष बाद 1909 में अमेरिका की डेमोक्रेटिक पार्टी ने इस तारीख को राष्ट्रीय महिला दिवस घोषित कर दिया ।
1910 में कॉपेनहेगेन में महिला कामगारों के अन्तराष्ट्रीय सम्मलेन में एक अमेरिकी सामाजिक कार्यकर्ता *क्लारा जेटकिन* ने इस तारीख को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाने का सुझाव दिया ,जिसे उपस्थित सभी सदस्यों ने मान लिया।
और अगले वर्ष 1911 में 4 राष्ट्रों में इसे मनाया जाने लगा ।
इसके बाद 1975 में इसे संयुक्त राष्ट्र संघ ने अधिकृत मान्यता प्रदान कर दी ।और पूर्ण वर्ष को महिला वर्ष के रूप में,घोषित कर दिया ।
अमेरीका और रूस में आज के दिन महिलाओं को विशेष अवकाश मिलता है तो चीन में महिलाओं के लिए आधे दिन की छुट्टी रहती है ।साथ ही कुछ देशों में तो आज राष्ट्रीय अवकाश रहता है ।
क्या आप जानते है कि " अन्तराष्ट्रीय पुरुष दिवस " भी मनाया जाता है 19 नवम्बर 1990 से इसकी शुरुवात हुई है । और 60 देशों में इसे मनाया जाता है ।लेकिन संयुक्त राष्ट्र संघ से इसको अब तक मान्यता नही मिली है ।
तो साथियों जिस प्रकार मई दिवस या मजदूर दिवस कामगारों के आंदोलन से उपजा उसी प्रकार महिला दिवस भी कामगारों के आंदोलन की उपज है।
सुरेश यादव @ इंदौर
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