हास्य कविता
बीबी करती है मन मानी
--------------------------
बीबी करती है मन मानी
नही बनाती है खानापानी।
कहती है कि घूमने ले चलो
पार्क की सैर कराने ले चलो।
कैसे उसे अब समझाऊँ मैं
कोरोना का डर दिखाऊँ मैं।
कहती नई साड़ी दिलाओ
मैचिंग की मास्क ले आओ।
करती घर में वो है मनमानी
नही बनाती है खाना पानी।
उसे नही किसी का भी डर है
न कोरोना का कोई भय है।
उसे तो चाहिए शॉपिंग करना
कॉस्मेटिक्स का है ढेर करना।
बहुत बड़ी घर में विपदा आयी
बीबी आज ही जिद पर आई।
कहती कोरोना से नही मैं डरती
जैसे तुमपे बेलन से वार करती।
वैसे ही कोरोना भी मैं लड़ लूँगी
उसे भी मैं घर से बाहर कर दूँगी।
बहुत बड़ी आयी घर में परेशानी
बीबी करती घर में ही मनमानी।
अविनाश सिंह
8010017450
[इस ब्लॉग में रचना प्रकाशन हेतु कृपया हमें 📳 akbs980@gmail.com पर इमेल करें अथवा ✆ 8982161035 नंबर पर व्हाट्सप करें, कृपया देखें-नियमावली]
बीबी करती है मन मानी
--------------------------
बीबी करती है मन मानी
नही बनाती है खानापानी।
कहती है कि घूमने ले चलो
पार्क की सैर कराने ले चलो।
कैसे उसे अब समझाऊँ मैं
कोरोना का डर दिखाऊँ मैं।
कहती नई साड़ी दिलाओ
मैचिंग की मास्क ले आओ।
करती घर में वो है मनमानी
नही बनाती है खाना पानी।
उसे नही किसी का भी डर है
न कोरोना का कोई भय है।
उसे तो चाहिए शॉपिंग करना
कॉस्मेटिक्स का है ढेर करना।
बहुत बड़ी घर में विपदा आयी
बीबी आज ही जिद पर आई।
कहती कोरोना से नही मैं डरती
जैसे तुमपे बेलन से वार करती।
वैसे ही कोरोना भी मैं लड़ लूँगी
उसे भी मैं घर से बाहर कर दूँगी।
बहुत बड़ी आयी घर में परेशानी
बीबी करती घर में ही मनमानी।
अविनाश सिंह
8010017450
[इस ब्लॉग में रचना प्रकाशन हेतु कृपया हमें 📳 akbs980@gmail.com पर इमेल करें अथवा ✆ 8982161035 नंबर पर व्हाट्सप करें, कृपया देखें-नियमावली]
1 टिप्पणी:
अविनाश जी आपने तो हँसी के बुलबुले बखूबी फोड़ दिया आपका धन्यवाद्
एक टिप्पणी भेजें