सोमवार, मई 25, 2020

समय की धारा: Ⓒबी एस कुशराम


समय बड़ा बलवान है, यह तो बहुत महान है।
समय की धारा जो अपनाता, वही खरा इंसान है।।
सुख में हंसाता, दुख में रुलाता, समय- समय की बात है।
समय चक्र तो चलता रहता ये तो सदा गतिमान है।।
समय से होता ऋतु परिवर्तन, समय से ही दिन रात है।
बीता समय बहुरि न आता, समय की महिमा महान है।
समय से चलते चंदा सूरज, उदय अस्त पाबंद है।
जीवन चक्र ऐसे ही चलता, जीवन मरण का मान है।।
बालापन, यौवन, बुढ़ापा समय ही तो बताता है।
जीवनपर्यंत नेकी करना, समय का ये ऐलान है।।
समय भला है, समय बुरा है, समय ये देता परिचय है।
समय बढ़ाता, समय घटाता समय ही देता ज्ञान है।।
बुरे समय में ना घबराओ, अच्छे में इतराओ ना।
अच्छा बुरा तो आता ही है, समय चक्र गतिमान है।।
व्यर्थ गंवाओ नहीं समय को, समय के सब पाबंद रहो।
सद प्रयत्न परिश्रम करना, कहते सभी सुजान हैं।।
समय बड़ा अनमोल है, इसका कोई मोल नहीं।
सदुपयोग वक्त का करिए, बन जाएंगे काम है।।
सफलता की कुंजी है ये, तन मन को सब व्यस्त रखो।
कामयाबी मिलके रहेगी, यह कहता 'कुश राम' है।।
समय की धारा जो अपनाता,वही खरा इंसान है।
बी एस कुशराम
प्रभारी प्राचार्य, हाई स्कूल बड़ी तुम्मी
विकासखंड-पुष्पराजगढ़जिला-अनूपपुर
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