जीत जायेगा इंडिया
एक दिन ख़ुशी के गीत गायेगा इंडिया।हारेगा कोरोना और जीत जायेगा इंडिया ।।
ये घना अंधेरा चंद लम्हों का मेहमान है ,
हमारे धैर्य और साहस से ये अनजान है ।
संग मिलकर लड़ी है हमने कई लड़ाइयां,
विविधता में एकता हमारी पहचान है ।।
रौशनी से एक दिन जगमगायेगा इंडिया ।
हारेगा कोरोना और जीत जायेगा इंडिया ।।
घर में रहें हाथ साबुन से नित साफ़ करें,
इस अदृश्य शत्रु से बिलकुल भी न डरें ।
शारीरिक दूरी बनाये अच्छी क़िताबें पढ़ें,
शासन के निर्देशों का सभी पालन करें ।।
जल्द दुनिया में परचम लहरायेगा इंडिया ।
हारेगा कोरोना और जीत जायेगा इंडिया ।।
उन्मुक्त उड़ रहे परिंदे, खुश हैं कीट-पतंगा,
देखो स्वच्छ हो गयी हैं प्रदूषित यमुना-गंगा ।
ये इशारा है हमने प्रकृति से बहुत खेला है ,
आज इंसान झेल रहे प्रकृति ने वर्षों झेला है ।।
नये सिरे से अपनी सृष्टि रचायेगा इंडिया ।
हारेगा कोरोना और जीत जायेगा इंडिया ।।
पुलिस और स्वाथ्यकर्मी ये समर्पण की मूर्ति हैं,
नमन है इन्हें यही देश की ताकत और स्फूर्ति हैं ।
जीवित बचेंगे वही जो कुछ दिन रहेंगे अकेले,
सन्नाटों में लिपटी इन गलियों में फिर लगेंगे मेले।।
वक़्त कितना भी कठिन हो हरायेगा इंडिया ।
हारेगा कोरोना और जीत जायेगा इंडिया ।।
काव्य रचना: अमलेश कुमार, पता-ग्राम-सरई माल , पोस्ट-मानिकपुर , शाहपुरा( डिंडौरी )
Mobile No. 8823006364
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