समय की गिनती बड़ा कठिन है,
समय बड़ा अनमोल है।
समय की गरिमा कोई न जाने,
इसकी सीमा पार है।
समय बड़ा बलवान है,
समय अहित भी करता है।
समय का कर उपयोग सदा हम,
समय हमेशा चलता है।
समय को व्यर्थ नहीं करते हम,
समय व्यर्थ करता है हमको।
बीत गया जो समय सुनहरा,
बाद में पछतावा हम सबको।
समय हसाता समय रुलाता,
समय समय पर सब कुछ आता।
समय की महिमा कोई न जाने,
समय क्या क्या दिन दिखलाता।
समय पे निर्भर है सब,
भविष्य हमारा कैसा होगा।
कठिन परिश्रम की है जिसने,
सुनहरा भविष्य उसका होगा।
समय ही कड़वा समय ही मीठा,
समय ही आंधी तूफा है।
समय से बढ़कर न है कोई,
समय कभी न ठहरा है।
नाम- पंकज कुमार (ET प्रथम वर्ष)
ग्राम- बैहार पोस्ट- गौरेला थाना- जैतहरी जिला- अनूपपुर (म.प्र.)
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