कोरोना वायरस आय(आल्हा गीत)
चीन देश में जन्म लियो है, नाम कोरोना वायरस आय।
खतरनाक बीमारी पनप्यो, जग में पैर पसारौ जाय।
कोविड नाइनटीन नाम है दूसर, जग में है कोहराम मचाय।
बालक वृद्ध न काहू छाडै,खौफ से सारे जन थर्राय।
हाहाकार मचाया जग में, बात किसी के समझ ना आय।
छिपा हुआ यह दुश्मन भारी, त्राहि त्राहि कर सब घबराय।
नहीं मुलाजिम अफसर मानै, वैद हकीम न बचने पाय।
औषधि अउ उपचार न सूझे, मानहु महाकाल है आय।
मातम छायो सारे जग में, किसी की अकल ठिकानो नाय।
लाखो जीवन ले बैठा है, फिर भी उधम बढ़ती जाय।
कर्मवीर भी पस्त हुए हैं, धर्मवीर की चलती नाय।
स्वास्थ्य कर्मी ना पार हैं पावै अन्य किसी की गिनती नाय।
आर्थिक उन्नति चौपट कर दी, काम-धाम को ठप्प कराय।
कोई हस्ती उबर न पावै, सब पर गई सनाका छाय।
महाप्रलय के लक्षण दिखते, दिन-दिन विकट रूप दिखलाय।
भीषण विपदा छायो जग पर, नरसंहार है बढ़ती जाय।
इससे डरना नहीं मुनासिब, संयत हो धीरज अपनाय।
विजय मिलेगी निश्चय हमको, परब्रह्म भी होंय सहाय।
कुछ ही दिन की मानो कहना, नेम धेम को लो अपनाय।
बिना डरे घर बैठो अपने, यदि चाहो मुक्ति मिल जाय।
निश्चित दूरी करके रहियो, अपन पराया मानहुं नाय।
हैंडवॉश है पुनि पुनि करियो सैनिटाइज में ध्यान लगाय।
आसान तरीका इससे बचना, सावधान रहियो हर्षाय।
लाकडाउन उपचार है इसका, कोरेंटीन में ररहियो जाय।
कर्मवीर योद्धाओं के बल, जीतेंगे हम संशय नाय।
जन समुदाय भी संयम रखें नियम उल्लंघन हो न पाय।
मंत्री प्रधान की कहना मानो, बेड़ा पार शीघ्र हो जाय।
विकास गति जो रुकी हुई है,उसी तरह पटरी पर आय।
कहे सहोदर इस दुनिया में, यदि रहना चाहो मन हर्षाय।
शासन के सारे नियमों का, पालन करियो ध्यान लगाय।
रचनाकार:
राम सहोदर पटेल,एम.ए.(हिन्दी,इतिहास)
स.शिक्षक, शासकीय हाई स्कूल नगनौड़ी
गृह निवास-सनौसी, थाना-ब्योहारी जिला शहडोल(मध्यप्रदेश)
चीन देश में जन्म लियो है, नाम कोरोना वायरस आय।
खतरनाक बीमारी पनप्यो, जग में पैर पसारौ जाय।
कोविड नाइनटीन नाम है दूसर, जग में है कोहराम मचाय।
बालक वृद्ध न काहू छाडै,खौफ से सारे जन थर्राय।
हाहाकार मचाया जग में, बात किसी के समझ ना आय।
छिपा हुआ यह दुश्मन भारी, त्राहि त्राहि कर सब घबराय।
नहीं मुलाजिम अफसर मानै, वैद हकीम न बचने पाय।
औषधि अउ उपचार न सूझे, मानहु महाकाल है आय।
मातम छायो सारे जग में, किसी की अकल ठिकानो नाय।
लाखो जीवन ले बैठा है, फिर भी उधम बढ़ती जाय।
कर्मवीर भी पस्त हुए हैं, धर्मवीर की चलती नाय।
स्वास्थ्य कर्मी ना पार हैं पावै अन्य किसी की गिनती नाय।
आर्थिक उन्नति चौपट कर दी, काम-धाम को ठप्प कराय।
कोई हस्ती उबर न पावै, सब पर गई सनाका छाय।
महाप्रलय के लक्षण दिखते, दिन-दिन विकट रूप दिखलाय।
भीषण विपदा छायो जग पर, नरसंहार है बढ़ती जाय।
इससे डरना नहीं मुनासिब, संयत हो धीरज अपनाय।
विजय मिलेगी निश्चय हमको, परब्रह्म भी होंय सहाय।
कुछ ही दिन की मानो कहना, नेम धेम को लो अपनाय।
बिना डरे घर बैठो अपने, यदि चाहो मुक्ति मिल जाय।
निश्चित दूरी करके रहियो, अपन पराया मानहुं नाय।
हैंडवॉश है पुनि पुनि करियो सैनिटाइज में ध्यान लगाय।
आसान तरीका इससे बचना, सावधान रहियो हर्षाय।
लाकडाउन उपचार है इसका, कोरेंटीन में ररहियो जाय।
कर्मवीर योद्धाओं के बल, जीतेंगे हम संशय नाय।
जन समुदाय भी संयम रखें नियम उल्लंघन हो न पाय।
मंत्री प्रधान की कहना मानो, बेड़ा पार शीघ्र हो जाय।
विकास गति जो रुकी हुई है,उसी तरह पटरी पर आय।
कहे सहोदर इस दुनिया में, यदि रहना चाहो मन हर्षाय।
शासन के सारे नियमों का, पालन करियो ध्यान लगाय।
रचनाकार:
राम सहोदर पटेल,एम.ए.(हिन्दी,इतिहास)
स.शिक्षक, शासकीय हाई स्कूल नगनौड़ी
गृह निवास-सनौसी, थाना-ब्योहारी जिला शहडोल(मध्यप्रदेश)
- आपसे अनुरोध है कि कोरोना से बचने के सभी आवश्यक उपाय किये जाएँ।
- बहुत आवश्यक होने पर ही घर से बाहर जाएँ, मास्क का उपयोग करें और शारीरिक दूरी बनाये रखें।
- कम से कम 20 सेकंड तक साबुन से अच्छी तरह अपने हाथों को धोएं। ऐसा कई बार करें।
- आपकी रचनाएँ हमें हमारे ईमेल पता akbs980@gmail.com पर अथवा व्हाट्सप नंबर 8982161035 पर भेजें। कृपया अपने आसपास के लोगों को तथा विद्यार्थियों को लिखने के लिए प्रोत्साहित करने का कष्ट करें।
3 टिप्पणियां:
shandar. 👌
very nice Sir.
Excellent sir
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