बातन हाथी
पाइए, बातन हाथी
पांव।
बात बने
इज्जत मिले,बिगड़े
मिले न ठांव॥
ऐसी बानी
बोलिए,मन घमंड ना
होय।
विनम्रता
की झलक हो, कर्कश
ध्वनि ना होए॥
वाणी में
शीतलता हो, ज्यों बरगद
की छांव।
बात बने
इज्जत मिले, बिगड़े
मिले न ठांव॥
ऐसी जगह
में बैठिए, कोई कहे ना
उठ।
ऐसी बातें
बोलिए,कोई कहे ना
चुप॥
वाणी में
शालीनता,होय
सौम्यता भाव।
बात बने
इज्जत मिले, बिगड़े
मिले न ठांव ॥
कौवा से
कर्कश ना बोले,जो मन को
खटकाय।
कोयल सी
मधुर हो बोली, जो सबके मन
भाय॥
पिक बोली
सी मिठास हो, काक सा न
हो कांव।
बात बने
इज्जत मिले, बिगड़े
मिले न ठांव॥
सत्य और
न्याय प्रिय बोले,इसमें
निहित संसार।
मिथ्या बोल
ना बोलिए, कर देगा
बंटाढार॥
मीठी बोल
अपनाइये, बढ़ जाए
सद्भाव।
बात बने
इज्जत मिले, बिगड़े
मिले न ठांव॥
सूरत शक्ल
न देखिए,सुनिए नीति
के बोल।
खुद भी ऐसा
बोलिए, माखन
मिश्री घोल॥
कुशराम
कहें सच बोलिए, सम्मान
मिले हर गांव।
बात बने
इज्जत मिले, बिगड़े
मिले न ठांव॥
बातन हाथी
पाइए,बातन हाथी
पांव॥
ⓒबी एस
कुशराम प्रभारी प्राचार्य
शासकीय हाई
स्कूल बड़ी तुम्मी
मो-7828095047,9669334330
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