बापू की याद
रमेश प्रसाद पटेल
भारत में फिर से, आजा राष्ट्रपिता गांधी।
दुख दर्द अब मिटा जा, आके महात्मा गांधी।।
भारत में आतंकवाद, जहर की प्याली,
विश्व में छा रही है, घटा काली-काली।
बेगुनाह बूढ़े बच्चे, गोली से मारे जाते,
सार्वजनिक स्कूल भवन में बम फोड़े जाते।
सार्वजनिक स्कूल भवन में बम फोड़े जाते।
आतंकवाद जड़ से, मिटा जा,राष्ट्रपिता गांधी।
दुख दर्द अब मिटा जा महात्मा गांधी।।
दुख दर्द अब मिटा जा महात्मा गांधी।।
अंग्रेजों से तूने भारत को स्वतंत्र कराया,
सत्य, अहिंसा, शांति-प्रेम का पाठ पढ़ाया।
बापूजी सुनो पुकार, आ गई समय की बोली,
अब न जलने पाए, यह आतंकवाद की होली।
सत्य, अहिंसा, शांति-प्रेम का पाठ पढ़ाया।
बापूजी सुनो पुकार, आ गई समय की बोली,
अब न जलने पाए, यह आतंकवाद की होली।
सत्य, अहिंसा व शांति प्रेम सिखाजा गांधी,
दुख दर्द अब मिटा जा, आके महात्मा गांधी।
रचना:रमेश प्रसाद पटेल, माध्यमिक शिक्षक
दुख दर्द अब मिटा जा, आके महात्मा गांधी।
रचना:रमेश प्रसाद पटेल, माध्यमिक शिक्षक
पुरैना, ब्योहारी जिला शहडोल (मध्यप्रदेश)
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