सोमवार, मई 04, 2020

निश्चित कर लेना: डी.ए.प्रकाश खाण्डे

निश्चित कर लेना
जब सहन शक्ति के तरकश से,
 संघर्ष तीर जब हो खाली,
 फिर समाज में सुलझ सेतु,
 बनने को निश्चित कर लेना।

 जब भाई अपना रचे द्वेष,
 मन को मत आहत करना,
 कोसो मील- कोसो दूर
 रहने को निश्चित कर लेना।

 गलियारा जब गाल बजाये,
 कर्ण- चक्षु सब बंद करो,
 अपनी मंजिल; अपना कर्म,
 करने को निश्चित कर लेना।

 जब दुःख की घडी में दरवाजे,
 नाते- रिश्तों के बंद मिले,
 फिर उन सम्बन्धो की अस्थि,
 रखने को  निश्चित कर लेना।

 सुख में मिले;सभी संग-साथी,
 दुःख में साथ न दे अपना,
 न सांप मरे ना लाठी टूटे,
 कहने को निश्चित कर लेना।

 जब समय साथ ना दे अपना,
 दुःख की रिमझिम वारिस हो,
 फिर समाज की छतरी पर ,
 आने को निश्चित कर लेना।
रचनाकार:

  • आपसे अनुरोध है कि कोरोना से बचने के सभी आवश्यक उपाय किये जाएँ
  •  बहुत आवश्यक होने पर ही घर से बाहर जाएँमास्क का उपयोग करें और शारीरिक दूरी बनाये रखें।
  •  कम से कम 20 सेकंड तक साबुन से अच्छी तरह अपने हाथों को धोएं। ऐसा कई बार करेआपकी 
  • रचनाएँ हमें हमारे ईमेल पता akbs980@gmail.com पर अथवा व्हाट्सप नंबर 8982161035 पर भेजें। कृपया अपने आसपास के लोगों को तथा विद्यार्थियों को लिखने के लिए प्रोत्साहित करने का कष्ट करें।

कोई टिप्पणी नहीं:

तनावमुक्त जीवन कैसे जियें?

तनावमुक्त जीवन कैसेजियें? तनावमुक्त जीवन आज हर किसी का सपना बनकर रह गया है. आज हर कोई अपने जीवन का ऐसा विकास चाहता है जिसमें उसे कम से कम ...