- आपसे अनुरोध है कि कोरोना से बचने के सभी आवश्यक उपाय किये जाएँ।
- बहुत आवश्यक होने पर ही घर से बाहर जाएँ, मास्क का उपयोग करें और शारीरिक दूरी बनाये रखें।
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राई साक्षरता गीत
लड़िकन का पढ़ैं का पठावा
कहना माना मोर, कहना माना मोर।
लड़िकन का पढ़ैं का पठावा।।
अरा. ररा रे लड़िकन.....।
गामन-गामन खुला मदरसा।
लड़की-लडकन का मन हरषा।
विद्यालय मा नियमित जाकर।
जीवन सुधारा शिक्षा
पाकर।।
पढ़ लो देके ध्यान,
पढ़ ला देके ध्यान।
लड़िकन का पढ़ैं का पठावा। हाँ,
हाँ रे लड़कन .....।
लड़की पढ़ावा लड़कों जैसा।
दोनौं बराबर भेद ये कैसा।।
प्रथम गुरू लड़की ही बनती।
माता बन ससुराल में रहती।।
बेटी होवे महान, बेटी होवे महान, शिक्षा मा आगे बढ़ावा।।
कहना मानो मोर-2, लड़िकन का .......।
विद्यालय मा भोजन पइहैं।
गणवेश पहन सब निर्मल रइहैं।।
बिन लागत ही होय पढ़ाई।
छात्रवृत्ति भी है मिल जाई।।
जाग कर ले बिहान, जाग कर ले बिहान।। अवसर न नाहक गमाबा।।
कहना माना मोरः2।।
लड़िकन का...................।
मात पिता की जिम्मेदारी।
संतान की शिक्षा हो संस्कारी।
काम का बोझ न उन पर डारी।
औलाद का जीवन होवे न्यारी।
अच्छे सांचें में ढाल-2।। फर्ज अपना तुम इनसे निभावा।।
कहना माना मोर, कहना माना मोर। लड़िकन का .....।।
बच्चे हैं भगवान की मूरत।
नहीं बिगाड़ो इनकी सूरत।।
कहैं सहोदर माना कहना।
शिक्षित होकर सुख में रहना।।
रखियो इनका ध्यान-2।। सुन्दर भविष्य बनावा।।
कहना माना मोर-2।। लड़िकन का पढ़ैं का पठावा।।
अरा-ररा-रे लड़िकन का
..............
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