-:सरदार जी का संक्षिप्त परिचय:-
बरस अठारह सौ पचहत्तर में,
अक्टूबर इकतीस को जन्म लिया।
अपने अद्भुत सद्भावों से,
स्वातंत्र्य संग्राम को सफल किया॥
सरदारों का सरदार था वह,
निर्भय वीर महान था वह।
रण कौशल था हिम्मतवाला,
सेना नायक दिलदार था वह॥
दृढता पर अविचल रह करके,
भारत का नव निर्माण किया।
बारडोली का वन शेरेदिल,
कृषकों का उद्धार किया॥
कुशल युद्ध संचालन कर,
सरदार उपाधि को प्राप्त किया।
अजेय प्रबल पराक्रम से,
दुश्मन के छक्का छुड़ा दिया॥
मानवीय गुणों में थे भरपूर,
निज स्वारथ पर नहिं काम किया।
दयाभाव अनुशासन से
जिम्मेदारी का कार्य किया॥
अपनी असाधारण बुद्धिमत्ता से,
पांच सौ बासठ रियासतें भंग किया।
अखंड भारत को रच डाला,
नहीं किसी को तंग किया॥
प्रेरणा दायक सद्वृत्ति से,
सद्मार्ग दिखाया हम सबको।
प्रखर करें उन भावों को,
फर्ज सिखाता हम सबको॥
रचनाकार: राम सहोदर पटेल,
सहायक शिक्षक, शास. हाईस्कूल नगनौड़ी
निवासग्राम-सनौसी, थाना-ब्योहारी जिला शहडोल (मध्यप्रदेश)
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आपकी रचनात्मक और लेखन शैली का कोई मोल नहीं, अद्भुत, अद्वितीय है।धन्य है आप।धन्यवाद कोटिशः प्रणाम
जवाब देंहटाएंअद्भुत रचना
जवाब देंहटाएंउत्साह बर्धन के लिए सहृदय एवं सप्रेम सादर साधुवाद ।
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