आओ चलो कुछ करना सीखें
बड़ों का आदर करना सीखें
उनके आगे झुकना सीखें
सदा सत्य है बोलना हमें
उनकी बातें सुनना सीखें
समय से घर में आना सीखें
सुबह शाम हम पढना सीखें
कुछ ऐसा हम खेल बनायें
खेल-खेल में पढना सीखें
घर को स्वच्छ रखना सीखें
बाग़ में पौध लगाना सीखें
उनका ध्यान रखना सीखें
उनकी गिनती करना सीखें
सबसे अच्छा बनना सीखें
सबसे बेहतर करना सीखें
स्कूल हमें है जाना रोज
स्कूल में नया कुछ सीखें
प्रेम से सब कुछ कहना सीखें
अच्छा बनकर रहना सीखें
सुबह-सुबह हम उठाना सीखें
चलो योग हम करना सीखें
अभी से लक्ष्य बनाना सीखें
उसी लक्ष्य पे चलना सीखें
परिस्थिति में लड़ना सीखें
अपना हक पाना सीखें
सब की बातें सुनना सीखें
सबके बीच रहना सीखें
भले लोग हों कितने सारे
सब के बीच कहना सीखें
रचना: पंकज कुमार यादव
(E.T. प्रथम वर्ष, अनुपपुर)
ग्राम-बैहार, पोस्ट-गौरेला, थाना-तहसील जैतहरी जिला अनुपपुर
👌👌
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