🌷राष्ट्रभाषा हिंदी 🌷
राष्ट्र प्रगति की भाषा हिंदी,
जन-जन को है भाया |
राष्ट्रीय भाषा बनाने हिंदी,
जब संविधान सभा में आया ||
चौदह सितम्बर दिन था प्यारा,
सन उन्नीस सौ उनचास रहा |
गोपाल स्वामी ने दिया विचार,
हिंदी राजभाषा यह शंकर राव कहा ||
भाषाओं के कारण ही तो,
राज्यों का नव निर्माण हुआ |
राजभाषा आयोग बना तब,
हिंदी का गुणगान हुआ ||
काश्मीर से केरल तक,
जन प्रिय भाषा है हिंदी |
उषा से रजनी तक सब,
प्रिय जन बोलें हिंदी ||
पंत निराला और दिनकर का,
पावन हिंदी भाषा है |
कबीर तुलसी और सूर का,
हिंदी ज्ञान जिज्ञासा है ||
शिक्षा का स्तम्भ है हिंदी,
जन-मन को पावन करती है |
रस छंद अलंकार विभूषित,
हिंदी कविता रहती है ||
नौ राज्यों की मातृभाषा है,
हिंदी हृदय लगाते है |
अजर अमर हो हिंदी भाषा,
आज हिंदी दिवस मनाते हैं ||
✍🏼डी.ए.प्रकाश खाण्डे, अनूपपुर मध्यप्रदेश
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